दुरबीन विधि में निःसन्तानता से ग्रसित मरीज़ों में अण्डकोश की गांठे हटाकर ओवरी बचा लिया है। जिससे ट्यूब / ओवरी के जालों (Adhesions ) को हटा दिया जाता है, जिससे मरीज़ में 50 से 60 प्रतिशत तक गर्भधारण की सम्भावना बढ़ जाती है ।
लैप्रोस्कोपिक – सर्जरी के बाद महिलायें सहजता से स्वतः गर्भधारणkar सकती है।
हार्मोन्स की विसमताओं के कारण जिन महिलाओं में हर महीने अण्डा नहीं फूटता उन मरीज़ों की “ओवेरियन-ड्रिलिंग” करके हार्मोन्स की विसमताओं को दूर किया जाता है, जिससे अण्डा समय से फूटता है।
मरीज़ की फैलोपियन – ट्यूब खोलकर (Tubal – Reanastomosis in Ligation) निःसन्तानता की समस्या को दूर किया जाता है।
दुरबीन- विधि (Laparoscopy – Hydteroscopy) निःसन्तानताse ग्रसित मरीज़ों के लिए वरदान है। इसके द्वारा 60 से 70 प्रतिशत मामलों में जब महिलाओं की फैलोपियन – ट्यूब में रुकावट होती है, तो उसको दूर कर दिया जाता है।